नीबू लेकर टोटका 
घर के किसी बीमार व्यक्ति, के ऊपर से सुई लगा नींबू वार कर चौराहे पर रख देना और सामने खड़े होकर यह प्रतीक्षा करना कि शायद कोई व्यक्ति उस नींबू को लांघ जाएगा. अगर आपकी नजरों के सामने कोई ऐसा कर लेता है तो आपको यह आश्वासन हो जाता है कि जिस व्यक्ति की लंबी उम्र की कामना किए आपने यह सब किया है, उसकी बीमारी उसे लग जाएगी जिसने नींबू को लांघा है और आपका परिजन पूरी तरह ठीक हो जाएगा.
यह एक ऐसा टोटका है, जिसे अधिकांशत: प्रयोग में लाया जाता है. लोगों का मानना है कि ऐसा करने से एक व्यक्ति के कष्ट दूसरे व्यक्ति तक बड़ी आसानी से पहुंचाए जा सकते हैं. मानवीय दृष्टिकोण से तो यह सही नहीं है लेकिन जो अपने लोगों की जान बचाना चाहता है, उन्हें खुश देखना चाहता है उसे मजबूरन ऐसा करना पड़ता है. हम आपको बताते हैं कि नींबू का टोटका कब और क्यों प्रयोग में लाया जाता है.
अगर आपके परिवार में कोई रोगग्रस्त हो तो यह करें. 
अगर स्वास्थ्य में सुधर न होता हो तो यह उपाय करें: एक देशी अखंडित पान, गुलाब का फूल और कुछ बताशे रोगी के ऊपर से 31 बार उतारें तथा चौराहे पर रख दें। इसके प्रभाव से रोगी की दशा में शीघ्रता से सुधार होगा।
बीमारी से बचने के लिए 
बहुत से लोग इस बात पर विश्वास करते हैं कि अगर सुई लगा नींबू किसी बीमार के सिर पर से 7 बार वार कर चौराहे पर रख दिया जाए और अगर उस नींबू को पार कर कोई चला जाए तो उस बीमार व्यक्ति की सारी बीमारी उस व्यक्ति को लग जाती है.
यदि एक स्वस्थ्य व्यक्ति अचानक अस्वस्थ्य हो जायें
यदि एक स्वस्थ्य व्यक्ति अचानक अस्वस्थ्य हो जायें और उस पर चिकित्सा का प्रभाव नहीं हो रहा है तो समझना चाहिए कि उक्त व्यक्ति नजरदोष से ग्रसित है। ऐसी स्थिति में एक साबूत नींबू के उपर काली स्याही से 307 लिख दें और उस व्यक्ति के उपर उल्टी तरफ से 7 बार उतारें। इसके पश्चात उसी नींबू को चार भागों में इस प्रकार से काटें कि वह नीचें से जुड़े रहें। और फिर उसी नींबू को घर से बाहर किसी निर्जन स्थान पा फेंक दें। यह उपाय करने से पीडि़त व्यक्ति शीघ्र ही स्वस्थ्य हो जायेगा।


शारीरिक कष्ट व रोग दूर करने के लिये
नींबू लेकर रोगी के सिर से 7 बार उल्टा घुमायें। (शनिवार) एक चाकू सिर से पैर तक धीरे-धीरे स्पर्श करते हुये नींबू को बीच से काट दें। दोनों टुकड़े दॊ दिशा मे संध्या समय फैंक दें।

तीन पके हुए नीबू लेकर एक को नीला एक को काला तथा तीसरे को लाल रंग कि स्याही से रंग दे ।अब तीनो नीबुओं पर एक एक साबुत लौंग गांड दे । इसके बाद तीन मोटी चूर के लड्डू लेकर तथा तीन लाल पीले फूल लेकर एक रुमाल में बांध दे अब प्रभावित ब्यक्ति के ऊपर से सात बार उबार कर बहते जल में प्रवाहित कर दे प्रवाहित करते समय आस पास कोई खड़ा ना हो
अगर बीमारी पीछा नहीं छोड़ रही हो तो ये उपाय करें 
अगर बीमारी पीछा नहीं छोड़ रही हो तो ये उपाय करें

अगर बीमारी पुरानी हो तो आक के पौधे की जड़ उत्तर दिशा में मुख करके लेकर आकर रखे.

अगर बीमारी में पैसा बहुत खर्च हो रहा हो तो १ हल्दी के गांठ गुरुवार को बहते पानी में बहाएं .
व्यक्तिगत बाधा निवारण के लिए

व्यक्तिगत बाधा के लिए एक मुट्ठी पिसा हुआ नमक लेकर शाम को अपने सिर के ऊपर से तीन बार उतार लें और उसे दरवाजे के बाहर फेंकें। ऐसा तीन दिन लगातार करें। यदि आराम न मिले तो नमक को सिर के ऊपर वार कर शौचालय में डालकर फ्लश चला दें। निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
शनिवार को सवा किलो आलू व बैंगन की सब्जी सरसों के तेल में बनाएं। उतनी ही पूरियां सरसों के तेल में बनाकर अंधे, लंगड़े व गरीब लोगों को यह भोजन खिलायें। ( 3 शनिवार)
1. स्वास्थ्य लाभ हेतु मृत्यु तुल्य कष्ट से ग्रस्त रोगी को छुटकारा दिलाने के लिए जौ के आटे में काले तिल एवं सरसों का तेल मिला कर मोटी रोटी बनाएं और उसे रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर भैंस को खिला दें। यह क्रिया करते समय ईश्वर से रोगी को शीघ्र स्वस्थ करने की प्रार्थना करते रहें।