हनुमानजी का यह उपाय बचाता है शनि से
ज्योतिष के अनुसार शनि को सबसे क्रूर देवता माना गया है। इन्हें न्यायाधीश का पद प्राप्त है। इसी वजह से इस ग्रह का स्वभाव क्रूर है कि यह व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का वैसा फल प्रदान करता है। साथ ही यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में हो तो उसे कई प्रकार के बुरे प्रभाव झेलना पड़ते हैं और जीवन में छोटी-छोटी सफलताओं के लिए भी कड़ी मेहनत करना पड़ती है।
शनि देव के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए ज्योतिष में कई प्रकार के उपाय बताए गए हैं। इन्हें अपनाने से शुभ परिणाम प्राप्त होने लगते हैं। शनि के कोप से बचने के लिए हनुमानजी की भक्ति भी काफी सटीक उपाय है। हनुमानजी के भक्तों को शनिदेव से किसी प्रकार का कोई भय नहीं रहता है।
यदि आप शनि के बुरे प्रभावों से जल्द मुक्ति पाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन से प्रतिदिन किसी भी हनुमान मंदिर में जाएं। हनुमानजी के सामने तेल का दीपक लगाएं और दीपक में 5 दाने काले उड़द के डालें।
यह उपाय आपको प्रतिदिन करना है। इससे बहुत ही जल्द आपकी कई समस्याओं का नाश हो जाएगा। ध्यान रहे इस उपाय के साथ ही आपको अपनी ओर से प्रयास करने होंगे। हनुमानजी की उपासना करने वाले भक्तों को सभी प्रकार के अधार्मिक कृत्यों से बचना चाहिए। ॐ हं हनुमंतये नम: मंत्र का जप करें। 
* हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् का रुद्राक्ष की माला से जप करें। * राम-राम नाम मंत्र का 108 बार जप करें। 
* हनुमान को नारियल, धूप, दीप, सिंदूर अर्पित‍ करें। 
* हनुमान अष्टमी के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। 
* राम रक्षा स्त्रोत, बजरंगबाण, हनुमान अष्टक का पाठ करें।
* हनुमान आरती, हनुमत स्तवन, राम वन्दना, राम स्तुति, संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ करें। 
* ‍परिवार सहित मंदिर में जाकर मंगलकारी सुंदरकांड पाठ करें।
* हनुमान को चमेली का तेल, सिंदूर का चोला चढ़ाएं। 
* गुड-चने और आटे से निर्मित प्रसाद वितरित करें। 
* श्रद्धानुसार भंडारे का आयोजन कराएं। 
मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान म‍ंदिर में जाकर रामभक्त हनुमान का गुणगान करें और उनसे अपने पापों के लिए क्षमायाचना करें।