भाग्यशाली लोगों की तर्जनी उंगली

अंगूठे और मध्यमा उंगली के बीच जो उंगली होती है उसे तर्जनी उंगली कहते हैं। इस उंगली के नीचे गुरू पर्वत यानी गुरू का स्थान होता है। इसलिए इस उंगली को धर्म और धन का स्थान भी कहा जाता है। अपनी इस उंगली को गौर से देखिए। उंगली की लंबाई कितनी है और इसका झुकाव किस ओर है। हस्तरेखा विज्ञान कहता है कि तर्जनी उंगली की लंबाई अगर मध्यमा से अधिक है तो व्यक्ति भाग्यशाली होता है।

ऐसा व्यक्ति स्वभाव से गंभीर होता है और उच्च पद को प्राप्त करता है। लेकिन इन्हें अपनी योग्यता और पद का अभिमान भी रहता है। इनमें दूसरों पर प्रभाव जताने की प्रवृति होती है। ऐसे लोगों में बदले की भावना तीव्र होती है। जिस व्यक्ति की तर्जनी उंगली अनामिका उंगली के बराबर होती है वह निष्ठावान होते हैं। इनमें दूसरों की मदद करने की स्वभाविक प्रवृति होती है। यह जिन कार्यों से जुड़े होते हैं उसमें कार्यकुशलता हासिल करते हैं।

अपनी इस प्रवृति के कारण जीवन में सफल होते हैं। लेकिन इनमें असत्य बोलने की प्रवृति हो सकती है। तर्जनी उंगली का अनामिका से छोटी होना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे लोग जल्दी निराश हो जाते हैं। इनके अंदर ईर्ष्या की भावना रहती है और यह किसी भी प्रकार से अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश करते हैं। मध्यमा उंगली से यह उंगली दूर होने पर व्यक्ति बहुत अधिक झूठ बोलने वाला होता है। हस्त रेखा विज्ञान के अनुसार तर्जनी की लंबाई मध्यमा के बराबर होने पर व्यक्ति असामान्य मानसिकता वाला होता है।

तर्जनी उंगली का झुकाव अंगूठे की ओर होना दर्शाता है कि व्यक्ति बहुत अधिक महत्वाकांक्षी और दृढ़ इच्छा वाला है। इसके विपरीत यह उंगली मध्यमा की ओर मुड़ी हुई हो तो यह दर्शाता है कि व्यक्ति निराशावादी होगा। इनमें निर्णय क्षमता की कमी हो सकती है। छोटी सी असफलता से यह घबरा जाते हैं।