दूसरों की सुख से दुखी;


दुनिया में सबसे दुःखी कौन है?


एक बार  दरबार में चर्चा हो रही थी कि सबसे दुःखी व्यक्ति कौन है। अलग-अलग लोग अलग-अलग राय रख रहे थे। अन्त में दरबारी इस बात पर सहमत हुए कि गरीब व बीमार व्यक्ति सबसे अधिक दुःखी होता है।
लेकिन राजा इससे संतुष्ट नहीं हुआ। उसने अपने बुद्धिमान मंत्री चतुरनाथ की तरफ देखा जो कि चुपचान सुन रहे थे। चतुरनाथ ने कहा कि सबसे ईष्र्या एवं द्वेष (मत्सर, डाह) रखने वाला व्यक्ति सबसे ज्यादा दुःखी होता है। वह दूसरे का सुख देखकर दुःखी होता है। उसका मस्तिष्क शांत नहीं रहता है। वह सदैव शंका करता है, आशंकित रहता है एवं दूसरों की अच्छाई एवं उन्नति देखकर घृणा करता है। ऐसा व्यक्ति सबसे ज्यादा दुःखी रहता है।