तांबे के लोटे मे गंगा जल लेकर एक नारियल पर लाल चुन्नी बाँधकर रोगी के ठीक होने का संकल्प करे। रोगी के ठीक होने तक नारियल मंदिर में स्थापित रहने दे।
दोष निवारण यंत्रों को स्थापित कर फूल व प्रसाद अर्पण करने से रोगी जल्दी ठीक हो जाता है।
घर मे नव ग्रह शांति का हवन करवाये व ब्राह्मण को भोजन करवाये। घर के मंदिर मे स्थापित सभी मूर्तियो को गंगाजल व कच्चे दूध से पुन: प्राण प्रतिष्ठा करे। आपके घर से रोग शीघ्र ही गायब हो जायेगा।
तुलसी के पौधे के सामने रोज शाम को तेल का दीपक जलाने व जल चढ़ाने से मनोकामना अतिशीघ्र पूरी होती हैं।
दोष निवारण रुद्राक्ष माला रोगी को पहनाने से रोग जल्दी ठीक हो जायेगा।
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सार्इ बाबा का व्रत रखे, व्रत कथा व पूजा करें और मीठे का भोग लगाये व सार्इ 108 नामावली का जप करे
किसी रोग से ग्रसित होने पर सोते समय अपना सिरहाना पूर्व की ओर रखें। अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकड़े रखें। रोगी का स्वास्थ जल्दी ठीक हो जायेगा।
आरोग्य प्राप्ति के लिए ब्राह्मी, पलाश, अर्जुन, आंवला व सूरजमुखी का वृक्ष लगायें।
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