गणेश पूजा का महत्त्व

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भगवान गणेश सफलता देने वाले और विघ्रों का नाश करने वाले देवता के रूप में पूजनीय है। वह बुद्धि के स्वामी माने गए हैं। यही नहीं, भगवान शिव के पुत्र होने के कारण उनकी महिमा और उपासना बहुत ही मंगलकारी मानी गई है। साथ ही हर काम शुरू करने से पहले उनकी पूजा की जाती है। 

शिव भक्ति के सावन महीने की विनायकी चतुर्थी या सुबह श्रीगणेश भक्ति का 1 विशेष उपाय मनोरथपूर्ति और कार्यसिद्धि के लिए बहुत ही श्रेष्ठ उपाय है।

गणेश भक्ति का यह मुश्किल व बड़े से बड़ा काम आसान बनाने वाला यह छोटा सा उपाय है श्रीगणेश के 12 विशेष नामों का स्मरण कर दिन की शुरुआत करना। ऐसा करने से रुके काम पूरे हो जाते हैं  


गणपति, विघ्रराज, लम्बतुण्ड, गजानन, द्वैमातुर, हेरम्ब, एकदन्त, गणाधिपति, विनायक, चारुकर्ण, पशुपालक, भवात्मज

इन 12 नामों को सुबह उठकर बोलने या स्मरण करने पर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।

सुन्दरकांड का उपाय

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हनुमानजी का दिव्य और संकटमोचक चरित्र श्रीरामचरितमानस के सुन्दरकाण्ड में उजागर होता है। इसमें रुद्रावतार श्रीहनुमान के जरिए कर्मसमर्पणपराक्रमप्रेमपरोपकारमित्रतावफादारी जैसे कई आदर्शों के दर्शन होते हैं। इसलिए सुन्दरकाण्ड का पाठ व्यावहारिक तौर पर भी संकटविपत्तियों और परेशानियों को दूर करने में बहुत ही असरदार माना जाता है।

इसी सुन्दरकाण्ड में दी गई श्रीहनुमान की एक छोटी सी स्तुति का नियमित पाठ सारी परेशानियों व अड़चनों से छुटकारा देने के साथ हर इच्छा व काम पूरे करता है। यह स्तुति शनि दोष या दशा के बुरे असर से भी बचाने वाली मानी गई है। यह हनुमान स्तुति छोटी होने से इसका पाठ समयाभाव में भी संभव है।

शिव भक्ति के सावन महीने और रुद्रावतार श्रीहनुमान उपासना के विशेष दिन मंगलवार और शनिवार को इच्छापूर्ति और शनि पीड़ा से रक्षा के लिए इस हनुमान स्तुति का पाठ अवश्य करें।   

  • सुबह स्नान करें और बोलविचार और व्यवहार की पवित्रता का संकल्प लें।
  • घर या देवालय में हनुमानजी को चंदनसुगंधित तेल व सिंदूरलाल फूलअक्षत चढ़ाएं। 
  • गुग्गल अगरबत्ती या धूप बत्ती और घी के दीप जलाकर पूजा करें। केलेगुड़ या चने का भोग लगाएं।
  • इसके बाद सुन्दरकाण्ड स्तुति का श्रद्धा और आस्था से पाठ करें-
इस स्तुति का नित्य पाठ रोजमर्रा के कामों में आने वाली बाधा और परेशानियों को भी दूर कर चिंता और तनाव से बचाती है।

बालाजी दरबार के विशेष उपाय

संत श्री प्रवीन बालाजी महाराज
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  • अपने घर के मंदिर मे किसी भी भगवान की मूर्ति को स्थापित करते समय उसमे प्राण प्रतिष्ठा अवश्य करे। ऐसा करने से र्इश्वर की कृपा जल्दी होती है। मंदिर के ऊपर लाल झण्डा़ अवश्य लगाये।
  • मनोकामना अर्जी को अपने घर के मंदिर मे ही लगाये। अर्जी लगाते समय एक नारियल को लाल चुन्नी मे लपेटकर लोटे मे गंगाजल भरके उसके ऊपर नारियल को स्थापित कर संकल्प ले। 
  • आपकी मनोकामना आपकी स्वयं की पूजा भक्ति साधना से पूर्ण होगी। दरबार केवल एक माध्यम है। आपके भीतर उस भक्ति साधना को जगाने सही रास्ता बताने का। 
  • मनोकामना अर्जी जिस भगवान से लगाये उनकी पूजा नियमित रूप से करे पूजा की जानकारी होने पर बालाजी दरबार मे सम्पर्क करें। 
  • जब खुद पर हो विश्वास तब पूरी होगी आस क्योंकि जब तक आपको अपने ऊपर विश्वास नहीं होगा, तब तक आपको सफलता प्राप्त नहीं हो सकती  
  • जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य संकल्प से जीता जाता है। क्योंकि संकल्प वह शक्ति है जो मनुष्य को कर्म करने के लिए प्रेरित करती हैं
  • जिस तरह हीरे को बिना घिसे चमकाया नहीं जा सकता, वैसे ही बिना संघर्ष के आदमी की किस्मत नहीं बदल सकती।
  • कभी-कभी आपको लगेगा कि सफलता के सारे रास्ते बन्द हो गए हैं। लेकिन लगातार विचार करने पर आपको पता लगेगा कि एक रास्ता अब भी खुला हैं। 
  • यदि जीवन में सफल होना है तो समुद्र की लहरों से टकराना सीखो, फिर आपके सितारे आसमान पर चमकने वाले सितारों से भी तेज चमकेंगे। 
  • आपका चरित्र आपके जीवन की नींव है, इसलिए अपने चरित्र को ऊँचा रखिए, क्योंकि आपका लक्ष्य भी इसी नींव पर टिका होता है। 
  • संसार की हर उपलब्धि ऐसी है जैसे कि पानी पर खींची लकीर! जो खींचने से पहले ही मिट जाती हैं। क्योंकि जैसे ही आपकी एक इच्छा पूरी होती हैं, मन किसी दूसरी वस्तु का अभाव महसूस करने लगता
  • है। 
  • अपने काम को जितने बेहतर तरीके से कर सकते हो, उतना ही अच्छा है। लेकिन यदि उसी काम को खुशी के साथ करोगे तो निश्चित रूप से आपको सफलता मिलेगी। 
  • जब आप अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं तब सफलता बहुत दूर हो जाती है, लेकिन जब आप अपने लक्ष्य पर डटे रहते हैं तब सफलता आपके कदम चूमती हैं।
  • किसी दूसरे व्यक्ति के अन्दर आप परिवर्तन नहीं ला सकते क्योंकि परिवर्तन का द्वार भीतर से खुलता है। जिसे व्यक्ति अपने आत्म विश्लेषण की चाबी से खोल सकता हैं।
  • आपकी सफलता आपके सुख पर निर्भर करती हैं। क्योंकि आप अपने आप को जितना सुखी महसूस करेंगे, सफलता भी आपको उसी अनुपात में मिलेगी।
  • कोर्इ भी काम शुरू करने के लिए देर कभी नहीं होती। हर दिन एक नयी शुरूआत हैं। लेकिन अतीत को भूले बिना लक्ष्य प्राप्त करना बहुत कठिन है।
  • भाग्य पर भरोसा रखें परन्तु उस पर आश्रित रहें। क्योंकि मेहनत के बिना भाग्य नहीं चमकता।
  • वह व्यक्ति सबसे बड़ा मूर्ख हैं जो यह सोचता हैं कि संसार में सिर्फ दु: ही दु: है! जबकि दु: और सुख में से किसी एक को चुनना व्यक्ति के अपने हाथ में हैं।
  • आपके पास अपने सपने की जितनी स्पष्ट तस्वीर होगी, आप उसके बारे में उतने ही अधिक उत्साहित होंगे। क्योंकि आपका मस्तिष्क सपने की फोटो कॉपी करता हैं।
  • कठिनाइयों से निकलने का सबसे बढ़िया तरीका यही है कि आप इससे हो कर गुजरें। क्योंकि लोहा तपने के बाद ही मन चाहे आकार में आता हैं।
  • बड़ा बिजनेस चलाने के लिए शक्ति और पैसे की नहीं, साहस और निर्णय की जरूरत होती हैं।