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पौराणिक कथा के अनुसार रुद्राक्ष भगवान शिव का अंश
है। इसलिए इसे साक्षात शिव का स्वरूप भी माना जाता है। इसका शुभ प्रभाव
सुख-सौभाग्य बढ़ाने वाला बताया गया है। शिव पूजा के दौरान खासतौर पर शिव भक्तों को
रुद्राक्ष की माला या मनके जरूर धारण करना चाहिए।
रुद्राक्ष, आकार और रूप के अनुसार अलग-अलग प्रभाव और फल देते हैं। हर
रुद्राक्ष पापनाशक और शिव के साथ शक्ति को भी खुश करने वाला माना गया है। रुद्राक्ष
के शुभ फल और प्रभाव के लिए खान-पान और व्यवहार से जुड़ी कुछ बातों का पालन भी
जरूरी बताया गया है। इससे शुभ फल के स्थान पर अदृश्य दोष लगते हैं।
रुद्राक्ष की माला, कड़ा पहनने या इसकी
माला से जप करने पर कौन से काम नहीं करना चाहिए। सावन महीने में तो रुद्राक्ष पहनने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान।
रुद्राक्ष को अभिमंत्रित कर ही धारण करना चाहिए , हर रुद्राक्ष के लिए नियत मंत्रों से पूजा कर ही धारण करना चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने वाले को शराब, नशीली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने वाले को लहसुन व प्याज सहित तामसी व तीखा
खान-पान छोड़ देना चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने वाले को मांसाहार छोड़ देना चाहिए।
मानसिक पवित्रता के लिए गंदे साहित्य, बातों से दूर
रहना चाहिए।